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हिंदी भाषा लिपि एवं प्रकार (Hindi bhasha, leepi evam prakar) Hindi Vyakaran Complete Notes

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भाषा, लिपि एवं प्रकार हमारे भावों को दर्शाने का साधन ही भाषा है। ‘भाषा’ शब्द की उत्पत्ति ‘भाष’ धातु से हुई है। जिसका शाब्दिक अर्थ है- बोलना कहना अथवा प्रकट करना। हम अपने विचारों को भाषा के द्वारा ही दूसरों तक पहुँचाते हैं। भाषा भावों एवं विचारों के आदान-प्रदान का एक बहुत ही सशक्त माध्यम है। भाषा क्या है? भाषा किसे कहते हैं  “भाषा सार्थक ध्वनियों का वह समूह है जिसके द्वारा हम अपने विचारों को दूसरों के सामने प्रकट कर सकते हैं और उनके विचारों को जान सकते हैं।“ विश्व के सभी देशों में अपने-अपने देश की भाषाएँ बोली तथा पढ़ाई जाती हैं। इनमें प्रमुख हैं- अंग्रेजी, चीनी, हिन्दी, जापानी, रूसी, जर्मन, स्पेनिश, फ्रेंच, पुर्तगाली, और अरबी। इन प्रमुख 10 भाषाओं को विश्व के दो-तिहाई लोग बोलते व पढ़ते हैं।  यह भी पढ़ें | हिंदी भाषा , लिपि एवं प्रकार वर्ण विचार - परिचय वर्ण विचार - स्वर , व्यंजन हिंदी में संख्याएँ वर्ण विचार - उच्चारण स्थान वर्ण विचार - वर्णमाला शब्द विचार शब्द विचार - हिंदी भाषा में विदेशी शब्द शब्द विचार - देशज शब्द संज्ञा सर्वनाम क्रिया विशेषण की परिभाषा प्र...

Sandhi Vichar in Hindi Grammar | संधि विचार – हिंदी व्याकरण नोट्स

  📘 संधि विचार — हिंदी व्याकरण नोट्स शब्द विचार के बाद अगला भाग | परीक्षा उपयोगी संक्षिप्त नोट्स (REET, CTET, TGT, PGT आदि) 1️⃣ संधि की परिभाषा जब दो शब्द या वर्ण मिलकर किसी नए शब्द का निर्माण करते हैं, तो उस मेल को संधि कहते हैं। उदाहरण: राम + ईश्वर = रामेश्वर, गुरु + उदय = गुरुदय 2️⃣ संधि के मुख्य प्रकार संधि तीन प्रकार की होती है: स्वर संधि व्यंजन संधि विसर्ग संधि 3️⃣ स्वर संधि जब दो स्वरों के मिलने पर उनके रूप में परिवर्तन होता है, तो उसे स्वर संधि कहते हैं। उदाहरण: दे + इन्द्र = देन्द्र, प्र + एक = प्रैक स्वर संधि के प्रकार: दीर्घ संधि: समान स्वरों के मिलने पर दीर्घ स्वर बनता है। उदाहरण: म + अन्न = मान्न → मान। गुण संधि: अ/आ के बाद इ/ई या उ/ऊ आने पर गुण स्वर (ए, ओ) बनता है। उदाहरण: प्र + इति = प्रेति → प्रीति वृद्धि संधि: अ/आ के बाद ए/ऐ या ओ/औ आने पर वृद्धि स्वर बनता है। उदाहरण: प्र + ऐश = प्रैश 4️⃣ व्यंजन संधि जब दो व्यंजनों के मिलने से उनका रूप बदल जाए, तो उसे व्यंजन संधि कहते हैं। उदाहरण: तत् + जन = तज्जन, योग + रस = योगरस ...

शब्द विचार – हिंदी व्याकरण नोट्स | Shabd Vichar in Hindi Grammar

  📘 शब्द विचार — हिंदी व्याकरण नोट्स वर्ण विचार के बाद अगला भाग | परीक्षा उपयोगी संक्षिप्त नोट्स (REET, CTET, TGT, PGT आदि) 1️⃣ शब्द की परिभाषा जिस ध्वनि या वर्ण समूह से कोई अर्थ प्रकट होता है, उसे शब्द कहते हैं। उदाहरण: राम, जल, अच्छा, विद्यालय आदि। 2️⃣ शब्द के प्रकार शब्दों को तीन प्रमुख आधारों पर विभाजित किया जाता है: (क) उत्पत्ति के आधार पर: तत्सम शब्द: जो संस्कृत से यथावत लिए गए हों। उदाहरण: सूर्य, अग्नि, मनुष्य, विद्युत। तद्भव शब्द: जो संस्कृत शब्दों से परिवर्तन होकर बने हों। उदाहरण: सूरज (सूर्य से), आग (अग्नि से), मनुष (मनुष्य से)। देशज शब्द: जो हिंदी में स्वदेशी रूप से प्रचलित हों। उदाहरण: काका, चाचा, अम्मा, लोटा। विदेशज शब्द: जो अन्य भाषाओं (जैसे अरबी, फारसी, अंग्रेज़ी) से आए हों। उदाहरण: किताब, कलम, बाज़ार, स्कूल। (ख) रूप के आधार पर: रूढ़ शब्द: जिनका अर्थ उनके अंगों से ज्ञात न हो। उदाहरण: मोरपंख, दीपक, सूर्योदय। योगिक शब्द: जो किसी धातु, उपसर्ग या प्रत्यय के मेल से बने हों। उदाहरण: पठक (पठ् + क), उपकार (उप + कार)। (ग) रचना के आध...

वर्ण विचार -reet mains hindi level 2 vyakaran ke complete notes

यह रहे “वर्ण विचार” (Varn Vichar) के पूरे व्‍यवस्थित हिंदी व्याकरण नोट्स, जो परीक्षा (जैसे REET , CTET , या किसी भी प्रतियोगी परीक्षा) के लिए उपयोगी हैं 👇 --- 📘 वर्ण विचार (Varn Vichar) – हिंदी व्याकरण नोट्स --- 🟩 1. वर्ण की परिभाषा > वह सबसे छोटी ध्वनि इकाई, जिससे शब्द बनते हैं, वर्ण कहलाती है। 📍उदाहरण – “राम” शब्द में तीन वर्ण हैं – र + आ + म --- 🟩 2. वर्णमाला की परिभाषा > भाषा के समस्त वर्णों का क्रमबद्ध समूह वर्णमाला कहलाता है। --- 🟩 3. हिंदी वर्णमाला के प्रकार हिंदी में कुल 52 वर्ण माने जाते हैं — (कभी-कभी 45 या 47 भी कहा जाता है, पर पारंपरिक रूप से 52 स्वीकार किए जाते हैं) प्रकार वर्णों की संख्या वर्ण स्वर 13 अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, अं, अः व्यंजन 33 क, ख, ग, घ, ङ, च, छ, ज, झ, ञ, ट, ठ, ड, ढ, ण, त, थ, द, ध, न, प, फ, ब, भ, म, य, र, ल, व, श, ष, स, ह संयुक्त व्यंजन 4 क्ष, त्र, ज्ञ, श्र अतिरिक्त चिह्न 2 अनुस्वार (ं), विसर्ग (ः) --- 🟩 4. स्वर (Vowel) > जो बिना किसी अन्य वर्ण की सहायता से बोले जा सकते हैं, वे स्वर कहलाते हैं। 🗣️ उदाहरण: अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ...

हिंदी में उच्चारण स्थान के आधार पर व्यंजनों का वर्गीकरण (Uccharan Sthan evan vyanjan-varn vichar)

उच्चारण स्थान के आधार पर व्यंजनों का वर्गीकरण व्यंजनों का उच्चारण करते समय हवा मुख के अलग-अलग भागों से टकराती है। उच्चारण के अंगों के आधार पर व्यंजनों का वर्गीकरण इस प्रकार है : (i) कंठ्य (गले से) - क, ख, ग, घ, ङ (ii) तालव्य (कठोर तालु से) - च, छ, ज, झ, ञ, य, श (iii) मूर्धन्य (कठोर तालु के अगले भाग से) - ट, ठ, ड, ढ, ण, ड़, ढ़, ष (iv) दंत्य (दाँतों से) - त, थ, द, ध, न (v) वर्त्सय (दाँतों के मूल से) - स, ज, र, ल (vi) ओष्ठय (दोनों होंठों से) - प, फ, ब, भ, म (vii) दंतौष्ठय (निचले होंठ व ऊपरी दाँतों से) - व, फ (viii) स्वर यंत्र से - ह श्वास (प्राण-वायु) की मात्रा के आधार पर वर्ण-भेद प्राण का अर्थ है वायु। व्यंजनों का उच्चारण करते समय बाहर आने वाली श्वास |  वायु की मात्रा के आधार पर व्यंजनों के दो भेद हैं- (1) अल्पप्राण (2) महाप्राण (1) अल्पप्राण व्यंजन :- जिन वर्णों के उच्चारण में वायु की सामान्य मात्रा रहती है और हकार जैसी ध्वनि बहुत ही कम होती है। वे अल्पप्राण कहलाते हैं। सरल शब्दों में- जिन व्यंजनों के उच्चारण से मुख से कम हवा निकलती है, वे अल्प प्राण कहलाते हैं ...

हिंदी भाषा में विदेशी शब्द

हिंदी भाषा में विदेशी शब्द - शब्द विचार Shabda Vichar - hindi vyakaran complete notes videshi shabda (ई) अँगरेजी शब्द (अँगरेजी) तत्सम तद्भव (अँगरेजी) तत्सम तद्भव ऑफीसर अफसर थियेटर थेटर, ठेठर एंजिन इंजन टरपेण्टाइन तारपीन डॉक्टर डाक्टर माइल मील लैनटर्न लालटेन बॉटल बोतल स्लेट सिलेट कैप्टेन कप्तान हास्पिटल अस्पताल टिकट टिकस इनके अतिरिक्त, हिन्दी में अँगरेजी के कुछ तत्सम शब्द ज्यों-के-त्यों प्रयुक्त होते है। इनके उच्चारण में प्रायः कोई भेद नहीं रह गया है। जैसे- अपील, आर्डर, इंच, इण्टर, इयरिंग, एजेन्सी, कम्पनी, कमीशन, कमिश्रर, कैम्प, क्लास, क्वार्टर, क्रिकेट, काउन्सिल, गार्ड, गजट, जेल, चेयरमैन, ट्यूशन, डायरी, डिप्टी, डिस्ट्रिक्ट, बोर्ड, ड्राइवर, पेन्सिल, फाउण्टेन, पेन, नम्बर, नोटिस, नर्स, थर्मामीटर, दिसम्बर, पार्टी, प्लेट, पार्सल, पेट्रोल, पाउडर, प्रेस, फ्रेम, मीटिंग, कोर्ट, होल्डर, कॉलर इत्यादि। (उ) पुर्तगाली शब्द हिन्दी पुर्तगाली अलकतरा Alcatrao अनत्रास Annanas आलपीन Alfinete आलमारी Almario बाल्टी Balde किरानी Carrane चाबी Chave फीता Fita तम्बाकू Tabacco इसी तरह, आया, इस्पात, इस्तिरी, कमीज...

हिन्दी भाषा की शिक्षण विधियां अनुकरण विधि Hindi Bhasha ki shikshan vidhiyan Simulation method

हिन्दी भाषा की शिक्षण विधियां परिभाषाएं  प्लूटो के अनुसार- “ विचार आत्मा की मुखिया अध्वआत्मक बातचीत है पर वही जब ध्यानात्मक होकर फोटो पर प्रगट होती है तो इसे भाषा की संज्ञा देते हैं।” ” सब पढ़े सब बढ़े” नारा दिया गया – सर्व शिक्षा अभियान महात्मा गांधी के अनुसार- ” हस्तलिपि का खराब होना अधूरी पढ़ाई की निशानी है।” पतंजलि के अनुसार- ” भाषा वह व्यापार है जिसमें हम वर्णनात्मक या व्यक्त शब्द द्वारा अपने विचारों को प्रकट करते हैं।” कामता प्रसाद गुरु के अनुसार – ” भाषा व साधन है जिसके द्वारा मनुष्य अपने विचार दूसरों तक भली-भांति प्रगट कर सकता है।” सीताराम चतुर्वेदी के अनुसार- ” भाषा केआविर्भावसे सारा संसार गूंगो की विराट बस्ती बनने से बच गया।” सुमित्रानंदन पंत के अनुसार – “भाषा संसार का नादमय में चित्रण है।,” ” ध्वनि में स्वरूप है”,” ह्रदय तंत्र की झंकार है” किटसन के अनुसार-” किसी भाषा को पढ़ने और लिखने की अपेक्षा बोलना सीखना सबसे छोटी पगडंडी को पार करना है।” देवेंद्र शर्मा के अनुसार – ” भाषा की न्यूनतम पूर्ण सार्थक इकाई वाक्य ही है।” महात्मा गांधी के अनुसार – ” सुलेख व्यक्ति की शिक्...