सामासिक पदों की सूची समास के उदाहरण
तत्पुरुष समास (कर्मतत्पुरुष)
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
गगनचुम्बी | गगन (को) चूमनेवाला | पाकिटमार | पाकिट (को) मारनेवाला |
चिड़ीमार | चिड़ियों (को) मारनेवाला | गृहागत | गृह को आगत |
कठखोदवा | काठ (को) खोदनेवाला | गिरहकट | गिरह (को) काटनेवाला |
मुँहतोड़ | मुँह (को) तोड़नेवाला | स्वर्गप्राप्त | स्वर्ग को प्राप्त |
अनुभव जन्य | अनुभव से जन्य | आपबीती | आप पर बीती (सप्तमी तत्पुरुष) |
उद्योगपति | उद्योग का पति (मालिक) | गुणहीन | गुणों से हीन |
घुड़दौड़ | घोड़ों की दौड़ | जन्मांध | जन्म से अंधा |
देशाटन | देश में अटन (भ्रमण) | दानवीर | दान में वीर |
देशवासी | देश का वासी | अमृतधारा | अमृत की धारा |
अछूतोद्धार | अछूतों का उद्धार | आत्मविश्वास | आत्मा पर विश्वास |
ऋषिकन्या | ऋषि की कन्या | कष्टसाध्य | कष्ट से होने वाला |
हरघड़ी | घड़ी-घड़ी या प्रत्येक घड़ी | गुरुदक्षिणा | गुरु के लिए दक्षिणा |
गृहप्रवेश | गृह में प्रवेश | गोबर गणेश | गोबर से बना गणेश |
दहीबड़ा | दही में डूबा हुआ बड़ा | अकाल पीड़ित | अकाल से पीड़ित |
गोशाला | गौओं के लिए शाला | गंगाजल | गंगा का जल |
घुड़सवार | घोड़े पर सवार | जीवनसाथी | जीवन का साथी |
जलधारा | जल की धारा | देशभक्ति | देश की भक्ति |
पूँजीपति | पूँजी का पति | भयभीत | भय से भीत (डरा) |
हस्तलिखित | हाथ से लिखित | पथभ्रष्ट | पथ से भ्रष्ट |
देशभक्त | देश का भक्त | चरित्रचित्रण | चरित्र का चित्रण |
दानवीर | दान देने में वीर (सप्तमी तत्पुरुष) | युधिष्ठिर | युद्ध में स्थिर |
पर्णशाला | पर्णनिर्मित शाला | पुरुषोत्तम | पुरुषों में उत्तम |
नराधम | नरों में अधम | नेत्रहीन | नेत्र से हीन |
राहखर्च | राह के लिए खर्च | शरणागत | शरण में आगत |
विद्यासागर | विद्या का सागर | आकशवाणी | आकाश से वाणी |
आनन्दाश्रम | आनन्द का आश्रम | आकशवाणी | आकाश से वाणी |
कर्महीन | कर्म से हीन (पंचमी तत्पुरुष) | कर्मनिरत | कर्म से निरत (सप्तमी तत्पुरुष) |
कविश्रेष्ठ | कवियों से श्रेष्ठ | कुम्भकार | कुम्भ को करने (बनाने)वाला (उपपद तत्पुरुष) |
काव्यकार | काव्य की रचना करनेवाला (उपपद तत्पुरुष) | कृषिप्रधान | कृषि में प्रधान(सप्तमी तत्पुरुष) |
क्षत्रियाधम | क्षत्रियों में अधम(सप्तमी तत्पुरुष) | कृष्णार्पण | कृष्ण के लिए अर्पण (चतुर्थी तत्पुरुष) |
ग्रामोद्धार | ग्राम का उद्धार (ष० तत्पुरुष) | गिरहकट | गिरह को काटनेवाला (द्वि तत्पुरुष) |
गृहस्थ | गृह में स्थित (उपपद तत्पुरुष) | चन्द्रोदय | चन्द्र का उदय (ष० तत्पुरुष) |
जीवनमुक्त | जीवन से मुक्त (ष० तत्पुरुष) | ठाकुरसुहाती | ठाकुर (मालिक) के लिए रुचिकर बातें |
तिलचट्टा | तिल को चाटनेवाला | दयासागर | दया का सागर |
दुखसंतप्त | दुःख से संतप्त | देशगत | देश को गया हुआ |
धनहीन | धन से हीन | धर्मविमुख | धर्म से विमुख |
नरोत्तम | नरों में उत्तम | पददलित | पद से दलित |
पदच्युत | पद से च्युत | परीक्षोपयोगी | परीक्षा के लिए उपयोगी |
पादप | पैर से पीनेवाला (उपपद तत्पुरुष) | पुत्रशोक | पुत्र के लिए शोक |
पुस्तकालय | पुस्तक के लिए आलय | मनमौजी | मन से मौजी |
मनगढ़न्त | मन से गढ़ा हुआ (तृ० तत्पुरुष) | मदमाता | मद से माता (तृ० तत्पुरुष) |
मालगोदाम | माल के लिए गोदाम | रसोईघर | रसोई के लिए घर |
रामायण | राम का अयन (ष० तत्पुरुष) | राजकन्या | राजा की कन्या (ष० तत्पुरुष) |
विद्यार्थी | विद्या का अर्थी (ष० तत्पुरुष) |
करण तत्पुरुष
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
प्रेमासिक्त | प्रेम से सिक्त | जलसिक्त | जल से सिक्त |
रसभरा | रस से भरा | मदमाता | मद से माता |
मेघाच्छत्र | मेघ से आच्छत्र | रोगपीड़ित | रोग से पीड़ित |
रोगग्रस्त | रोग से ग्रस्त | मुँहमाँगा | मुँह से माँगा |
दुःखार्त | दुःख से आर्त | मदान्ध | मद से अन्ध |
देहचोर | देह से चोर | पददलित | पद से दलित |
तुलसीकृत | तुलसी द्वारा कृत | दुःखसन्तप्त | दुःख से सन्तप्त |
शोकाकुल | शोक से आकुल | करुणापूर्ण | करुणा से पूर्ण |
अकालपीड़ित | अकाल से पीड़ित | शोकग्रस्त | शोक से ग्रस्त |
शोकार्त | शोक से आर्त | श्रमजीवी | श्रम से जीनेवाला |
कामचोर | काम से चोर | मुँहचोर | मुँह से चोर |
सम्प्रदान तत्पुरुष
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
शिवार्पण | शिव के लिए अर्पण | रसोईघर | रसोई के लिए घर |
सभाभवन | सभा के लिए भवन | लोकहितकारी | लोक के लिए हितकारी |
मार्गव्यय | मार्ग के लिए व्यय | स्नानघर | स्नान के लिए घर |
मालगोदाम | माल के लिए गोदाम | डाकमहसूल | डाक के लिए महसूल |
साधुदक्षिणा | साधु के लिए दक्षिणा | देशभक्ति | देश के लिए भक्ति |
पुत्रशोक | पुत्र के लिए शोक | ब्राह्मणदेय | ब्राह्मण के लिए देय |
राहखर्च | राह के लिए खर्च | गोशाला | गो के लिए शाला |
देवालय | देव के लिए आलय | विधानसभा | विधान के लिए सभा |
परीक्षा भवन | परीक्षा के लिए भवन | रसोईघर | रसोई के लिए घर |
अपादान तत्पुरुष
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
बलहीन | बल से हीन | धनहीन | धन से हीन |
पदभ्रष्ट | पद से भ्रष्ट | स्थानभ्रष्ट | स्थान से भ्रष्ट |
मायारिक्त | माया से रिक्त | पापमुक्त | पाप से मुक्त |
ऋणमुक्त | ऋण से मुक्त | ईश्र्वरविमुख | ईश्र्वर से विमुख |
स्थानच्युत | स्थान से च्युत | लोकोत्तर | लोक से उत्तर (परे) |
नेत्रहीन | नेत्र से हीन | शक्तिहीन | शक्ति से हीन |
पथभ्रष्ट | पथ से भ्रष्ट | जलरिक्त | जल से रिक्त |
प्रेमरिक्त | प्रेम से रिक्त | व्ययमुक्त | व्यय से मुक्त |
धर्मविमुख | धर्म से विमुख | पदच्युत | पद से च्युत |
धर्मच्युत | धर्म से च्युत | मरणोत्तर | मरण से उत्तर |
देश निकाला | देश से निकाला | जन्मांध | जन्म से अंधा |
सम्बन्ध तत्पुरुष
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
अत्रदान | अत्र का दान | श्रमदान | श्रम का दान |
वीरकन्या | वीर की कन्या | त्रिपुरारि | त्रिपुर का अरि |
राजभवन | राजा का भवन | प्रेमोपासक | प्रेम का उपासक |
आनन्दाश्रम | आनन्द का आश्रम | देवालय | देव का आलय |
रामायण | राम का अयन | खरारि | खर का अरि |
गंगाजल | गंगा का जल | रामोपासक | राम का उपासक |
चन्द्रोदय | चन्द्र का उदय | देशसेवा | देश की सेवा |
चरित्रचित्रण | चरित्र का चित्रण | राजगृह | राजा का गृह |
अमरस | आम का रस | राजदरबार | राजा का दरबार |
सभापति | सभा का पति | विद्यासागर | विद्या का सागर |
गुरुसेवा | गुरु की सेवा | सेनानायक | सेना का नायक |
ग्रामोद्धार | ग्राम का उद्धार | मृगछौना | मृग का छौना |
राजपुत्र | राजा का पुत्र | पुस्तकालय | पुस्तक का आलय |
राष्ट्रपति | राष्ट्र का पति | हिमालय | हिम का आलय |
घुड़दौड़ | घोड़ों की दौड़ | सेनानायक | सेना के नायक |
यथाशक्ति | शक्ति के अनुसार | राजपुरुष | राजा का पुरुष |
राजमंत्री | राजा का मंत्री |
अधिकरण तत्पुरुष
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
पुरुषोत्तम | पुरुषों में उत्तम | पुरुषसिंह | पुरुषों में सिंह |
ग्रामवास | ग्राम में वास | शास्त्रप्रवीण | शास्त्रों में प्रवीण |
आत्मनिर्भर | आत्म पर निर्भर | क्षत्रियाधम | क्षत्रियों में अधम |
शरणागत | शरण में आगत | हरफनमौला | हर फन में मौला |
मुनिश्रेष्ठ | मुनियों में श्रेष्ठ | नरोत्तम | नरों में उत्तम |
ध्यानमग्न | ध्यान में मग्न | कविश्रेष्ठ | कवियों में श्रेष्ठ |
दानवीर | दान में वीर | गृहप्रवेश | गृह में प्रवेश |
नराधम | नरों में अधम | सर्वोत्तम | सर्व में उत्तम |
रणशूर | रण में शूर | आनन्दमग्न | आनन्द में मग्न |
आपबीती | आप पर बीती |
कर्मधारय समास
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
नवयुवक | नव युवक | छुटभैये | छोटे भैये |
कापुरुष | कुत्सित पुरुष | कदत्र | कुत्सित अत्र |
निलोत्पल | नील उत्पल | महापुरुष | महान पुरुष |
सन्मार्ग | सत् मार्ग | पीताम्बर | पीत अम्बर |
परमेश्र्वर | परम् ईश्र्वर | सज्जन | सत् जन |
महाकाव्य | महान् काव्य | वीरबाला | वीर बाला |
महात्मा | महान् है जो आत्मा | महावीर | महान् वीर |
अंधविश्वास | अंधा है जो विश्वास | अंधकूप | अंधा है जो कूप (कुआँ) |
घनश्याम | घन के समान श्याम | नीलकंठ | नीला है जो कंठ |
अधपका | आधा है जो पका | काली मिर्च | काली है जो मिर्च |
दुरात्मा | दुर (बुरी) है जो आत्मा | नीलाम्बर | नीला है जो अंबर |
अकाल मृत्यु | अकाल (असमय) है जो मृत्यु | नीलगाय | नीली है जो गाय |
नील गगन | नीला है जो गगन | परमांनद | परम् है जो आनंद |
महाराजा | महान है जो राजा | महादेव | महान है जो देव |
शुभागमन | शुभ है जो आगमन | महाजन | महान है जो जन |
नरसिंह | नर रूपी सिंह | चंद्रमुख | चंद्र के समान मुख |
क्रोधाग्नि | क्रोध रूपी अग्नि | श्वेताम्बर | श्वेत है जो अम्बर |
लाल टोपी | लाल है जो टोपी | सदधर्म | सत है जो धर्म |
महाविद्यालय | महान है जो विद्यालय | विद्याधन | विद्या रूपी धन |
करकमल | कमल के समान कर | मृगनयन | मृग जैसे नयन |
खटमिट्ठा | खट्टा और मीठा है | नरोत्तम | नरों में उत्तम हैं जो |
प्राणप्रिय | प्राण के समान प्रिय | घनश्याम | घन के समान श्याम |
कमलनयन | कमल सरीखा नयन | परमांनद | परम आनंद |
चन्द्रमुख | चाँद-सा सुन्दर मुख | चन्द्रवदन | चन्द्र के समान वदन (मुखड़ा) |
घृतात्र | घृत मिश्रित अत्र | महाकाव्य | महान है काव्य जो |
धर्मशाला | धर्मार्थ के लिए शाला | कुसुमकोमल | कुसुम के समान कोमल |
कपोताग्रीवा | कपोत के समान ग्रीवा | गगनांगन | गगन रूपी आंगन |
चरणकमल | कमल के समान चरण | तिलपापड़ी | तिल से बनी पापड़ी |
दहीबड़ा | दही में भिंगोया बड़ा | पकौड़ी | पकी हुई बड़ी |
परमेश्वर | परम ईश्वर | महाशय | महान आशय |
महारानी | महती रानी | मृगनयन | मृग के समान नयन |
लौहपुरुष | लौह सदृश पुरुष |
विशेष्य पूर्वपद कर्मधारय
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
कुमारश्रवणा | कुमारी (क्वांरी) | मदनमनोहर | मदन जो मनोहर है |
श्यामसुन्दर | श्याम जो सुन्दर है | जनकखेतिहर | जनक खेतिहर (खेती करनेवाला) |
विशेषणोभयपद कर्मधारय
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
नीलपीत | नीला-पीला (दोनों मिले) | कृताकृत | किया-बेकिया |
शीतोष्ण | शीत-उष्ण (दोनों मिले) | कहनी-अनकहनी | कहना-न-कहना |
विशेष्योभयपदकर्मधारय
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
आम्रवृक्ष | आम्र है जो वृक्ष | वायसदम्पति | वायस है जो दम्पति |
उपमानकर्मधारय
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
विद्युद्वेग | विद्युत के समान वेग | शैलोत्रत | शैल के समान उत्रत |
कुसुमकोमल | कुसुम के समान कोमल | घनश्याम | घन-जैसा श्याम |
लौहपुरुष | लोहे के समान पुरुष (कठोर) |
उपमितकर्मधारय
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
चरणकमल | चरण कमल के समान | मुखचन्द्र | मुख चन्द्र के समान |
अधरपल्लव | अधर पल्लव के समान | नरसिंह | नर सिंह के समान |
पद पंकज | पद पंकज के समान |
रूपकर्मधारय
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
पुरुषरत्न | पुरुष ही है रत्न | भाष्याब्धि | भाष्य ही है अब्धि |
मुखचन्द्र | मुख ही है चन्द्र | पुत्ररत्न | पुत्र ही है रत्न |
अव्ययीभाव समास
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
दिनानुदिन | दिन के बाद दिन | प्रत्यंग | अंग-अंग |
भरपेट | पेट भरकर | यथाशक्ति | शक्ति के अनुसार |
निर्भय | बिना भय का | उपकूल | कूल के समीप |
प्रत्यक्ष | अक्षि के सामने | निधड़क | बिना धड़क के |
बखूबी | खूबी के साथ | यथार्थ | अर्थ के अनुसार |
प्रत्येक | एक-एक | मनमाना | मन के अनुसार |
यथाशीघ्र | जितना शीघ्र हो | बेकाम | बिना काम का |
बेलाग | बिना लाग का | आपादमस्तक | पाद से मस्तक तक |
प्रत्युपकार | उपकार के प्रति | परोक्ष | अक्षि के परे |
बेफायदा | बिना फायदे का | बेरहम | बिना रहम के |
प्रतिदिन | दिन दिन | आमरण | मरण तक |
अनुरूप | रूप के योग्य | यथाक्रम | क्रम के अनुसार |
बेखटके | बिना खटके वे (बिन) | यथासमय | समय के अनुसार |
आजन्म | जन्म से लेकर | एकाएक | अचानक, अकस्मात |
दिनोंदिन | कुछ (या दिन) ही दिन में | यथोचित | जितना उचित हो |
रातोंरात | रात-ही-रात में | आजीवन | जीवन पर्यत/तक |
गली-गली | प्रत्येक गली | भरपूर | पूरा भरा हुआ |
यथानियम | नियम के अनुसार | प्रतिवर्ष | वर्ष-वर्ष/हर वर्ष |
बीचोंबीच | बीच ही बीच में | आजकल | आज और कल |
यथाविधि | विधि के अनुसार | यथास्थान | स्थान के अनुसार |
यथासंभव | संभावना के अनुसार | व्यर्थ | बिना अर्थ के |
रातभर | भर रात | अनुकूल | कुल के अनुसार |
अनुरूप | रूप के ऐसा | आसमुद्र | समुद्रपर्यन्त |
पल-पल | हर पल | बार-बार | हर बार |
द्विगु कर्मधारय (समाहारद्विगु)
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
त्रिभुवन | तीन भुवनों का समाहार | त्रिकाल | तीन कालों का समाहार |
चवत्री | चार आनों का समाहार | नवग्रह | नौ ग्रहों का समाहार |
त्रिगुण | तीन गुणों का समूह | पसेरी | पाँच सेरों का समाहार |
अष्टाध्यायी | अष्ट अध्यायों का समाहार | त्रिपाद | तीन पादों का समाहार |
पंचवटी | पाँच वटों का समाहार | त्रिलोक, त्रिलोकी | तीन लोकों का समाहार |
दुअत्री | दो आनों का समाहार | चौराहा | चार राहों का समाहार |
त्रिफला | तीन फलों का समाहार | नवरत्न | नव रत्नों का समाहार |
सतसई | सात सौ का समाहार | पंचपात्र | पाँच पात्रों का समाहार |
चतुर्भुज | चार भुजाओं का समूह | चारपाई | चार पैरों का समाहार |
तिरंगा | तीन रंगों का समाहार | अष्टसिद्धि | आठ सिद्धियों का समाहार |
चतुर्मुख | चार मुखों का समूह | त्रिवेणी | तीन वेणियों का समूह |
नवनिधि | नौ निधियों का समाहार | चवन्नी | चार आनों का समाहार |
दोपहर | दो पहरों का समाहार | पंचतंत्र | पाँच तंत्रो का समाहार |
सप्ताह | सात दिनों का समूह | त्रिनेत्र | तीनों नेत्रों का समूह |
दुराहा | दो राहों का समाहार | चतुर्वेद | चार वेदों का समाहार |
उत्तरपदप्रधानद्विगु
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
दुपहर | दूसरा पहर | शतांश | शत (सौवाँ) अंश |
पंचहत्थड़ | पाँच हत्थड़ (हैण्डिल) | पंचप्रमाण | पाँच प्रमाण (नाप) |
दुसूती | दो सूतोंवाला | दुधारी | दो धारोंवाली (तलवार) |
बहुव्रीहि (समानाधिकरणबहुव्रीहि)
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
प्राप्तोदक | प्राप्त है उदक जिसे | दत्तभोजन | दत्त है भोजन जिसे |
पीताम्बर | पीत है अम्बर जिसका | जितेन्द्रिय | जीती है इन्द्रियाँ जिसने |
निर्धन | निर्गत है धन जिससे | मिठबोला | मीठी है बोली जिसकी (वह पुरुष) |
चौलड़ी | चार है लड़ियाँ जिसमें (वह माला) | चतुर्भुज | चार है भुजाएँ जिसकी |
दिगम्बर | दिक् है अम्बर जिसका | सहस्त्रकर | सहस्त्र है कर जिसके |
वज्रदेह | वज्र है देह जिसकी | लम्बोदर | लम्बा है उदर जिसका |
दशमुख | दश है मुख जिसके | गोपाल | वह जो, गौ का पालन करे |
सतसई | सात सौ का समाहार | पंचपात्र | पाँच पात्रों का समाहार |
चतुर्वेद | चार वेदों का समाहार | त्रिलोचन | तीन है लोचन जिसके अर्थात शिव |
कमलनयन | कमल के समान है नयन जिसके अर्थात विष्णु | गिरिधर | गिरि (पर्वत) को धारण करने वाला अर्थात श्री कृष्ण |
गजानन | गज के समान आनन (मुख) वाला अर्थात गणेश | घनश्याम | वह जो घन के समान श्याम है अर्थात श्रीकृष्ण |
चक्रधर | चक्र धारण करने वाला अर्थात विष्णु | चतुर्मुख | चार है मुख जिसके, वह अर्थात ब्रह्मा |
नीलकंठ | नीला है जो कंठ अर्थात शिव | पंचानन | पाँच है आनन (मुँह) जिसके अर्थात वह देवता |
बारहसिंगा | बारह हैं सींग जिसके वह पशु | महेश | महान है जो ईश अर्थात शिव |
लाठालाठी | लाठी से लड़ाई | सरसिज | सर से जन्म लेने वाला |
कपीश | कपियों में है ईश जो- हनुमान | खगेश | खगों का ईश है जो वह गरुड़ |
गोपाल | गो का पालन जो करे वह, श्रीकृष्ण | चक्रपाणि | चक्र हो पाणि (हाथ) में जिसके वह विष्णु |
चतुरानन | चार है आनन जिनको वह, ब्रह्मा | जलज | जल में उत्पन्न होता है वह कमल |
जल्द | जल देता है जो वह बादल | नीलाम्बर | नीला अम्बर या नीला है अम्बर जिसका वह, बलराम |
मुरलीधर | मुरली को धरे रहे (पकड़े रहे) वह, श्रीकृष्ण | वज्रायुध | वज्र है आयुध जिसका वह, इन्द्र |
व्यधिकरणबहुव्रीहि
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
शूलपाणि | शूल है पाणि में जिसके | चन्द्रभाल | चन्द्र है भाल पर जिसके |
वीणापाणि | वीणा है पाणि में जिसके | चन्द्रवदन | चन्द्र है वदन पर जिसके |
तुल्ययोग या सहबहुव्रीहि
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
सबल | बल के साथ है जो | सपरिवार | परिवार के साथ है जो |
सदेह | देह के साथ है जो | सचेत | चेत (चेतना) के साथ है जो |
व्यतिहारबहुव्रीहि
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
मुक्कामुक्की | मुक्के-मुक्के से जो लड़ाई हुई | लाठालाठी | लाठी-लाठी से जो लड़ाई हुई |
डण्डाडण्डी | डण्डे-डण्डे से जो लड़ाई हुई |
प्रादिबहुव्रीहि
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
बेरहम | नहीं है रहम जिसमें | निर्जन | नहीं है जन जहाँ |
द्वन्द्व (इतरेतरद्वन्द्व)
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
धर्माधर्म | धर्म और अधर्म | भलाबुरा | भला और बुरा |
गौरी-शंकर | गौरी और शंकर | सीता-राम | सीता और राम |
लेनदेन | लेन और देन | देवासुर | देव और असुर |
शिव-पार्वती | शिव और पार्वती पापपुण्य पाप और पुण्य | भात-दाल | भात और दाल |
देश-विदेश | देश और विदेश | भाई-बहन | भाई और बहन |
हरि-शंकर | हरि और शंकर | धनुर्बाण | धनुष और बाणा |
अन्नजल | अन्न और जल | आटा-दाल | आटा और दाल |
ऊँच-नीच | ऊँच और नीच | गंगा-यमुना | गंगा और यमुना |
दूध-दही | दूध और दही | जीवन-मरण | जीवन और मरण |
पति-पत्नी | पति और पत्नी | बच्चे-बूढ़े | बच्चे और बूढ़े |
माता-पिता | माता और पिता | राजा-प्रजा | राजा और प्रजा |
राजा-रानी | राजा और रानी | सुख-दुःख | सुख और दुःख |
अपना-पराया | अपना और पराया | गुण-दोष | गुण और दोष |
नर-नारी | नर और नारी | पृथ्वी-आकाश | पृथ्वी और आकाश |
बाप-दादा | बाप और दादा | यश-अपयश | यश और अपयश |
हार-जीत | हार और जीत | ऊपर-नीचे | ऊपर और नीचे |
शीतोष्ण | शीत और उष्ण | इकतीस | एक और तीस |
दम्पति | जाया-पति | राग-द्वेष | राग और द्वेष |
लाभालाभ | लाभ और अलाभ | राधा-कृष्ण | राधा और कृष्ण |
लोटा-डोरी | लोटा और डोरी | गाड़ी-घोड़ा | गाड़ी और घोड़ा |
समाहारद्वन्द्व
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
रुपया-पैसा | रुपया-पैसा वगैरह | घर-आँगन | घर-आँगन वगैरह (परिवार) |
घर-द्वार | घर-द्वार वगैरह (परिवार) | नाक-कान | नाक-कान वगैरह |
नहाया-धोया | नहाया और धोया आदि | कपड़ा-लत्ता | कपड़ा-लत्ता वगैरह |
वैकल्पिकद्वन्द्व
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
पाप-पुण्य | पाप या पुण्य | भला-बुरा | भला या बुरा |
लाभालाभ | लाभ या अलाभ | धर्माधर्म | धर्म या अधर्म |
थोड़ा-बहुत | थोड़ा या बहुत | ठण्डा-गरम | ठण्डा या गरम |
नञ समास
पद | विग्रह | पद | विग्रह |
---|---|---|---|
अनाचार | न आचार | नास्तिक | न आस्तिक |
अनदेखा | न देखा हुआ | अनुचित | न उचित |
अन्याय | न न्याय | अज्ञान | न ज्ञान |
अनभिज्ञ | न अभिज्ञ | अद्वितीय | जिसके समान दूसरा न हो |
नालायक | नहीं लायक | अगोचर | न गोचर |
अचल | न चल | अजन्मा | न जन्मा |
अधर्म | न धर्म | अनन्त | न अन्त |
अनेक | न एक | अनपढ़ | न पढ़ |
अपवित्र | न पवित्र | अलौकिक | न लौकिक |
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